उस व्यक्ति का बहुत ही सौभाग्य उदय होता है जब ऐसी साधना प्राप्त होती है | मेरी नजर में ऐसा कोई काम ही नहीं है जो इस साधना से पूरा ना हो | हिन्दू और इस्लामिक दोनों मतो में यह साधना की जाती है | मैंने कई मुसलमानी मौलवियों को भी इस यंत्र का प्रयोग करते हुए देखा है | यह मैं स्वयं भी इस साधना का प्रयोग बहुत बार करके इसे परख चुका हूँ और कई संतो ने भी इसे समय-समय पर सिद्ध किया है और जन कल्याण किया है | यह बहुत ही तीक्ष्ण साधना है | इसमें शुद्धि का खास ध्यान रखा जाता है | यह साधना अगर शारदीय, चैत्र अथवा गुप्त नवरात्री में की जाये तो और भी फल मिलता है | इसे सिद्ध करने के लिए समय तो अवश्य ही लगेगा लेकिन अगर आप इसे सिद्ध कर लें तो किसी सिद्धि के पीछे भागने की आवश्कता नहीं है | इसमें धैर्य बहुत जरुरी है और ब्रह्मचर्य का पालन भी जरुरी है | अतः इस साधना को उसी साधक को शुरू करना चाहिए जो इस साधना के नियम का पूर्ण शुद्धि से पालन कर सके |
नियम
एक समय शुद्ध भोजन करे, फलाहार कभी भी ले सकते हैं |
ब्रह्मचर्य अनिवार्य है |
सत्य बोलने की कोशिश करें |
किसी से व्यर्थ में ना उलझें |
बड़ों का हमेशा सम्मान करें |
विधि
शुद्ध धुले हुए वस्त्र पहने, सिले हुए ना हो तो ज्यादा बेहतर है (जैसे धोती, चादर) | पीले, लाल या सफ़ेद रंग के कपडे ज्यादा बेहतर हैं | लाल रंग विशेष फलदाई है |
शुद्ध घी का दीपक लगाएं और एक बाजोट पर लाल वस्त्र बिछाकर माता जगदम्बा का सुन्दर चित्र स्थापित करें | हर रोज पूजन करें और गुरु पूजन करें और पूर्ण समर्पित भाव से साधना शुरू करें |
मन को विचलित ना होने दें | माता का दर्शन होने के बाद कन्या पूजन करें या साधना पूर्ण होने के बाद कन्या पूजन जरुरी है |
माता को हलवे का भोग लगा कर कन्या पूजन किया जा सकता है |
इस यंत्र को निम्न मन्त्र पढ़ते हुए सवा लाख बार लिखना है और जितने रोज लिखो, आटे में मिक्स करके गोलियां बना लें और मछलियों को डाल दें किसी तालाब या नदी पर जाकर |
इस यंत्र को जैसे दिया है बना लें |
साबर मंत्र
|| ॐ अष्ट भुजी परमेश्वरी एक पुरष भगवान् 6 शाश्त्र सिमरिये तीनो भये सुजान पाँच भूत वश में करे सत धर्म का वास चार युग नोखंड दो सूरज चन्द्र की शाख रक्षा करो परमेश्वरी राखो सिर पे हाथ ||
इस मन्त्र का जप करते हुए उपर वाला यन्त्र लिखें और जब साधना पूरी हो जाती है, साधक के लिए कुछ भी दुर्लभ नहीं रहता |
प्रयोग
जिस किसी व्यक्ति पर कैसी भी प्रेत बाधा या किसी का किया तंत्र प्रयोग (जैसे-मूठ) हो, तो इस यन्त्र को अष्ट गंध से लिखकर उस व्यक्ति को पहना दिया जाये तो बाधा शांत हो जाती है |
कार्य सिद्धि के लिए इस यन्त्र को अपने साथ लेकर कार्य के लिए जा सकते हैं | मुक़दमे में विजय पाने के लिए है और घर छोड़कर गये व्यक्ति को वापिस लाने के लिए इसका अचूक असर होता है | वशीकरण के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है | आप पहले इसे सिद्ध कर लें | इसके प्रयोग तो सैंकड़ों हैं उसे फिर कभी दे दूंगा | यंत्र सिद्ध करते करते माँ का दर्शन हो जाता है, ऐसा मेरा और कई लोगों का अनुभव है
|महाकाल ज्योतिष दरबार पुष्कर
गुरुदेव भवानी ज्योतिषी
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