पंचांग के मुताबिक वर्ष 2024 त्रयोदशी तिथि का प्रारम्भ 29 अक्टूबर मंगलवार को सुबह 10.34 AM बजे से होगा और त्रियोदशी तिथि 30 अक्टूबर बुधवार को दोपहर 1.17 PM पर समाप्त होगी ।
इसके अतिरिक्त प्रदोष काल तथा वृषभ काल में भी धनतेरस की पूजा करना उत्तम रहेगा।
इस वर्ष 100 वर्ष के बाद धनतेरस पर त्रिपुष्कर योग का अद्भुत संयोग देखने को मिल रहा है । यह त्रिपुष्कर योगमंगलवार को 6.32 पर लगेगा, जो दूसरे दिन सुबह 10.30 तक देखने को मिलेगा ।
धनतेरस में खरीददारी, लाभ आम दिनों की जगह सहस्त्र गुना, चिर स्थाई होता है लेकिन त्रिपुष्कर योग के कारण इसमें तीन गुना तक और भी लाभ बढ़ जाता है और यह संयोग निकट भविष्य में तीन बार फिर होने की सम्भावना बहुत अधिक बढ़ जाती है ।
धनतेरस के उपाय, Dhanteras ke upay, धनतेरस के सुख समृद्धि के उपाय,
ऐसी मान्यता है कि धनतेरस Dhanteras के दिन सूखे धनिया के बीज खरीद कर घर में रखने से परिवार की धन संपदा में वृ्द्धि होती है।
दीपावली Dipawali के दिन इन बीजों को घर के बाग, गमलो, खेत खलिहानों में लागाया जाता है । ये बीज व्यक्ति की उन्नति व धन वृ्द्धि के प्रतीक होते है।
धनतेरस dhanteras के दिन सुबह-सुबह ही घर को साफ करने के बाद घर के अंदर मंदिर में धूप दीप व अगरबत्ती अवश्य जला लें। दीपक में पांच लौंग डालने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है।
एकादशी के इन उपायों से पाप होंगे दूर, सुख – समृद्धि की कोई कमी नहीं रहेगी
धनतेरस के दिन किसी डिब्बे या शीशी में शहद के अंदर दालचीनी का एक टुकड़ा डाल कर रख रख लें । फिर पूजा के बाद सबसे पहले शहद और दालचीनी चख लें ।
अब नित्य सुबह सर्वप्रथम कुछ भी खाने से पहले पूजा के बाद इसको थोड़ा सा चख लिया करें ।
इस उपाय से तेज मिलता है, सुख, समृद्धि और पारिवारिक सुखो की प्राप्ति होती है, पूरे वर्ष धन सम्बन्धी कार्यो में नहीं कोई भी बाधाएं नहीं आती है ।
अगर इस उपाय को धनतेरस के दिन सुबह ना कर पाएं तो भी दिन में किसी भी समय करें लेकिन करें अवश्य । जल्दी ही सुखद परिणाम आने लगेंगे ।
धनतेरस dhanteras के दिन स्थिर लक्ष्मी की पूजा करने से घर मे सुख समृद्धि का वास होता है। इस दिन पूजा में माँ लक्ष्मी को भोग लगाने के लिये नैवेद्ध के रुप में श्वेत मिष्ठान का प्रयोग करना चाहिए ।
धनतेरस dhanteras के दिन शुभ मुहूर्त में माँ लक्ष्मी का पूजन करने के साथ-साथ सात धान्यों (गेंहूं, उडद, मूंग, चना, जौ, चावल और मसूर) की पूजा का भी विशेष महत्व है। ( सप्त धान का पैकेट पूजा की दुकान में बना बनाया मिल जाता है।)
धनतेरस के दिन बाजार से नमक का नया पैकेट खरीदें और उस दिन इसी पैकेट के नमक का खाने में प्रयोग करें। मान्यता है कि इस उपाय से घर में हर उल्लास का वातावरण बनता है, सुख – समृद्धि खिंची चली आती है।
मान्यता है कि धनतेरस के दिन लक्ष्मी-गणेशजी और कुबेर जी की पूजा में उन्हें हल्दी में रंगकर अक्षत / चावल अर्पित करें फिर पूजा करने के बाद उनमें 21 साबुत चावल के दानों को लाल रंग के कपड़े में लपेटकर अपनी तिजोरी या धन स्थान में रख लें। इस उपाय से घर में संपन्नता आती है, आर्थिक संकट दूर रहते है ।
इस मांगलिक उत्सव के दिन घर को अन्दर – बाहर से साफ करके यथा संभव सजाना चाहिए , इस दिन घर में कोई भी बिलकुल क्रोध न करें , प्रेम पूर्वक मंगल गायन करने या शुभ संगीत बजाने से सौभाग्य खिंचा चला आता है । एक बात का विशेष रूप से ध्यान दें की इस दिन किसी को भी उधार ना दें और धन के अप्वय्य से यथा संभव बचने का प्रयत्न करें ।
धनतेरस dhanteras से अपने घर से सभी बेकार, खराब और टूटे-फूटे सामान निकाल कर उसे कबाड़ी को बेच दें। आप पूरे घर की अच्छी तरह सफाई अवश्य कर लें।
धनतेरस Dhanteras के दिन शंख को खरीदना अत्यंत शुभ समझा जाता है । धनतेरस Dhanteras के शंख को घर में लाकर उसे पूजा घर में रखकर उसकी भी पूजा करें और दीपावली पूजन के समय शंख को अवश्य ही बजाएं।
शास्त्रो के अनुसार जिस घर में नित्य पूजा में शंख को बजाया जाता है उस घर से माँ लक्ष्मी कभी भी नहीं जाती है और उस घर से सभी संकट दूर रहते है।
माँ लक्ष्मी को कौड़ियाँ अत्यंत प्रिय है और जहाँ पर कौड़ियाँ होती है वहाँ पर माँ लक्ष्मी को रहना ही होता है। धनतेरस Dhanteras के दिन कौडियों को खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है।
धनतेरस Dhanteras के दिन कौड़ियाँ लाकर उन्हें घर के मंदिर में रखे और सांयकाल माँ लक्ष्मी, कुबेर जी के साथ इनकी भी पूजा करे ।
दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजा के बाद इन कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर अपने धन स्थान / तिजोरी में रख दें। इस उपाय को करने से घर में धन की कभी भी कमी नहीं रहती है।
धनिया भी माँ लक्ष्मी को बहुत प्रिय है । जिस घर में साबुत धनिया होता है वहाँ पर माँ लक्ष्मी अवश्य ही निवास करती है। धनतेरस Dhanteras के दिन घर पर साबुत धनिया / धनिया के बीज घर जरूर लाना चाहिए और इसे पूजा के बाद अपने घर के आंगन / गमले में छिड़क कर उसकी देखभाल करनी चाहिए। कहते है धनिया आपके घर में जितना अच्छा फलेगा / उगेगा उतनी ही आर्थिक स्थिति अच्छी होती है ।
धनतेरस के दिन घर में नई झाडू अवश्य ही लाएं । झाडू देवी लक्ष्मी जी का प्रतीक है जो घर से दरिद्रता, अलक्ष्मी को दूर भगाता है। धनतेरस Dhanteras के दिन घर में नई झाडू लाने से घर से दरिद्रता, नकारात्मक उर्जा दूर चली जाती हैं, और स्वच्छ घर में माँ लक्ष्मी का वास होता हैं।
धनतेरस के दिन नमक भी अवश्य ही खरीदें, इस दिन नमक खरीदकर उस नमक का खाने में प्रयोग करें तथा दीपावली के पांचो दिन घर में पोंछा लगाते समय पानी में नमक भी अवश्य ही डालें ।
धनतेरस Dhanteras के दिन चाँदी और पीतल खरीदने से भाग्य प्रबल होता है, घर में धन समृद्धि बढ़ती है, खरीदी हुई वस्तुओं में 13 गुना वृद्धि होती है।
धातु से बने बर्तन, सामान और गहने खरीदने के लिए धनतेरस Dhanteras का वर्ष का सबसे दिन श्रेष्ठ दिन माना गया है।
खरीददारी का शुभ मुहूर्त……
जिसमें पहला शुभ मुहूर्त उसके लग्न से कुंभ लघ्न होगा, जो दिन में 1.59 PM से लेकर दिन में दोपहर 3.30 PM तक रहेगा ।
दूसरा शुभ मुहूर्त वृषभ लग्न जो स्थिर लग्न होगा, यह सायं 6.35 PM से लेकर रात्रि 8.31 तक रहेगा ।
चर की चौघड़िया 9 बजकर 0 2 मिनट से 10 बजकर 32 मिनट तक का समय शुभ है।
लाभ की चौघड़िया दोपहर में 10.30 से दोपहर 12.08 मिनट तक
अमृत की चौघड़िया दोपहर 12.05 PM से दोपहर 1. 29 PM तक ।
शुभ की चौघड़ियों में दोपहर 3 बजे से 4.30 PM तक
लाभ की चौघड़िया रात्रि में 7.30 PM से रात्रि 9.01 से रात्रि
शुभ और अमृत की चौघड़ियों रात्रि में 10.30 PM से रात्रि 1.30 AM