दिवाली की शुभ तिथि व मुहूर्त – Diwali Auspicious Date and Time
तिथि | समय |
दिवाली 2024 तिथि | 01 नवंबर 2024 |
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त | 05:42 PM से लेकर 06:16 PM तक |
प्रदोष काल | 05:42 PM से लेकर 08:10 PM तक |
वृषभ काल | 06:32 PM से लेकर 08:34 PM तक |
अमावस्या तिथि प्रारम्भ | 31 अक्टूबर 2024, दोपहर – 03:52 से |
अमावस्या तिथि समाप्त | 01 नवंबर 2024, शाम – 06:16 तक |
दिवाली पूजन की सामग्री सूची – Diwali Pujan Samagri List
वस्तु | मात्रा |
रोली | 1 पैकेट |
कलावा (मौली) | 2 नग |
सिंदूर | 1 पैकेट |
लौंग | 1 पैकेट |
इलायची | 1 पैकेट |
सुपारी | 4 नग |
जनेऊ | 4 नग |
शहद | 1 शीशी |
इत्र | 1 शीशी |
गंगाजल | 1 शीशी |
पानी वाला नारियल | 1 नग |
पीला कपड़ा | 2 मीटर |
धूपबत्ती | 1 पैकेट |
रुई बत्ती लंबी वाली | 1 पैकेट |
रुई बत्ती गोल बत्ती | 1 पैकेट |
घी | 500 ग्राम |
सरसो का तेल | 500 ग्राम |
दियाळी | 1 नग |
सकोरा | 10 नग |
कमल बीज | 11 नग |
पंचमेवा | 200 ग्राम |
धान की खील | 200 ग्राम |
धान का चूरा | 200 ग्राम |
खील खिलोने | 200 ग्राम |
लक्ष्मी गणेश प्रतिमा | – |
लक्ष्मी यंत्र | 1 नग |
भगवान के वस्त्र एवं आसान | – |
पंचामृत की व्यवस्था पहले से निर्माण करे | – |
माचिस | 1 नग |
कपूर | 1 पैकेट |
फल (अनार सरीफा विशेष एवं अन्य फल) | – |
मिष्ठान | आवश्यकतानुसार |
फूल माला | – |
फूल खुले | 20 रुपये |
पान पते | 5 नग |
कमल | आवश्यकतानुसार जो वर्षभर प्रयोग कर सके |
नौवीं (कॉपी एवं किताब आवश्यकतानुसार) | – |
कुबेर की पोटली के लिए सामग्री
वस्तु | मात्रा |
माचिस | 1 पैकेट |
गोमती चक्र | 5 नग |
कोढ़ी | 11 नग |
खड़ी धनिया | 50 ग्राम |
सुपाड़ी | 11 नग |
कमल बीज | 11 नग |
धुंधची | 11 नग |
चांदी अथवा स्वर्ण सिक्का | 3 नग |
पोटली | 1 नग |
दीपावली पूजन का मंत्र – Deepawali Pujan Mantra
दिवाली 2024 के दिन माता लक्ष्मी जी का आव्हान करते है| माँ लक्ष्मी को धन देवी भी कहा जाता है| जो भी दीपावली के दिन माता लक्ष्मी की सच्ची श्रद्धा से प्रार्थना करता है| उसे उनकी कृपा अवश्य ही प्राप्त होती है| उनकी असीम कृपा पाने के लिए आप इस निम्न मंत्र का जप कर सकते है –
|| ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नमः॥ ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥
इस मंत्र का दीपावली के दिन 108 बार जप करने से माता लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है|
दीपावली 2024 की पूजन विधि – Deepawali Pujan Vidhi
- इस दिन भगवान गणेश जी और माता लक्ष्मी जी का पूजन किया जाता है| इसके लिए आपको सबसे पहले जिस भी जगह आप पूजा कर रहे हो, उस स्थान को अच्छे से साफ़ कर ले| इसके पश्चात एक चौकी ले और उसपर लाल या पीले रंग का कपडा बिछा दीजिये|
- इसके पश्चात भगवान गणेश जी और माता लक्ष्मी जी की मूर्तियों को चौकी पर स्थापित किया जाता है| अगर आप मूर्ति लाने में असमर्थ है| याद रखे कि माता लक्ष्मी जी मूर्ति को गणेश जी मूर्ति के दाहिनी ओर ही रखें|
- पूजा के समय इनके साथ भगवान कुबेर, सरस्वती माता और कलश की भी स्थापना अवश्य करें|
- दीपावली की पूजा करने से पहले चौकी पर और पूजा के स्थान पर गंगाजल अवश्य छिडके| इसके पश्चात अपने हाथ में पीले या लाल रंग के फूल रखे|
- अब पूजा की शुरुआत करते हुए सबसे पहले भगवान गणेश जी का पूजन कीजिए| और उन्हें प्रसन्न करने के लिए मंत्रों का जाप करें|
- भगवान गणेश जी का पूजन करते समय निम्न मंत्र का जाप लगातार करते रहे –
- ‘गजाननम् भूत भू गणादि सेवितं कपित्थ जम्बू फलचारुभक्षणम्। उमासुतं सु शोक विनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वरपाद पंकजम्।
- इसके पश्चात गणेश जी को तिलक लगाएं और उन्हें दूर्वा और मोदक का प्रसाद चढ़ाइए|
- भगवान गणेश जी के साथ ही माता लक्ष्मी जी का पूजन करें| सबसे पहले लक्ष्मी माता को लाल सिंदूर का तिलक लगाए और माता लक्ष्मी से सम्बंधित श्री सूक्त मंत्र का निश्चित रूप से जाप करें|
- दिवाली के दिन भगवान गणेश जी और माता लक्ष्मी जी का पूजन करने के पश्चात मध्य रात्रि में काली माता की पूजा यानी काली पूजा करने का विधान माना गया है|
- इसके पश्चात गणेश जी और माता लक्ष्मी जी आरती करे और उन्हें भोग चढ़ाए| तथा आरती होने के बाद भोग को प्रसाद के रूप में सभी लोगों में बाँट दीजिये|
दीपावली पूजन के लाभ – Benefits of Deepawali Pujan
- इस त्यौहार के दिन छोटे और बड़े दोनों व्यापारियों के लिए ख़ास कमाई के लिए होता है|
- दीपावली का यह पावन त्यौहार आपसी रिश्तों में मिठास लाता है|
- इस दिन सभी प्रकार के व्यापार में बहुत ज्यादा फायदा होता है| क्योंकि इस दिन सभी अपने – अपने घरों के लिए नये – नये सम्मान लेते है| जैसे – कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक सम्मान, मिठाइयाँ आदि|
- दिवाली के दिन सफाई का बहुत ही बड़ा महत्व है| इस दिन घर के आस – पास का परिवेश और वातावरण बहुत ही शुद्ध रहता है क्योंकि सभी अपने घर की साफ़- सफाई का आचे से ध्यान रखते है| इससे हमारे स्वास्थ्य में भी बहुत ही बड़ा लाभ मिलता है| इस दिन सभी अपने – अपने घर को नये रंग रंगते है|
- इसके अलावा भी कुटीर उद्योगों को भी इस दिन व्यापार में बहुत फायदा होता है|
दीपावली के दिन ध्यान देने योग्य बातें
दिवाली 2024 की पूजा के दौरान हमें निम्न बातो का पता होना चाहिए जैसे की –
- दीपावली पूजन के समय अपना ध्यान केवल भगवान की सच्चे मन की गयी पूजा उपासना में होना चाहिए तथा जब आप पूजा कर रहे हो तब हल्की से मुस्कान अपने मुख पर रखे|
- दीपावली पूजन के दौरान लक्ष्मी पूजन के बाद एकाक्षी नारियल का पूजन करना आपके लिए शुभ होता है, पूजन के बाद इस नारियल को पीले वस्त्र में लपेटकर पूजा स्थल पर रख दें|
- दीपावली पूजन के बाद हर कमरे में शंख बजाना चाहिए जिससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह घर की चारो दिशाओ में होता है|
- अगर पूजन के दौरान किसी प्रकार की पूजन सम्बन्धित कोई त्रुटि हो जाये तो क्रोधित बिलकुल न होये| ऐसा न करके आप त्रुटि होने पर भगवान से क्षमा – याचना कर सकते है| इससे भगवान आपको क्षमा कर देते है|
दीपावली पूजा का महत्व – Importance of Deepawali Puja
दिवाली का त्यौहार हिन्दुओं में नए साल के समान ही मनाया जाता है| दीपावली 2024 का त्यौहार धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो भी हिन्दू धर्म के लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है|
इस दिन सभी अपने घरों में दीपक जलाते है| दीपावली का त्यौहार बड़े – बड़े शहरों से लेकर छोटे – छोटे गाँवों में भी मनाया जाता है| इस दिन गाँवों में अपने पालतू जानवरों के लिए भी कई सारी वस्तुएं खरीदी जाती है|
दिवाली के दिन जब गाँव के प्रत्येक घरों में दीपक जलते है| तो उस सारे दीपों की रोशनी से पूरा गांव ही जगमगा जाता है| दिवाली का त्यौहार धनतेरस के दिन प्रारम्भ होता है और भाई दूज के दिन समाप्त हो जाता है|
हिन्दू धर्म के पंचांग के अनुसार दीपावली 2024 का यह पावन त्यौहार प्रत्येक वर्ष में कार्तिक मास के 15वें दिन अमावस्या को मनाया जाता है| दिवाली को प्रकाश व रोशनी का त्यौहार भी कहा जाता है| इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व के रूप में भी मनाया जाता है|
गुरुदेव भवानी ज्योतिषी
9468533996